UPSC Ki taiyari kaise kare in Hindi | यूपीएस की तैयारी बेगार काउचिंग कैसे करें

UPSC ki taiyari kaise kare in hindi

UPSC Ki Taiyari Kaise Kare in Hindi |यूपीएससी की तैयारी कैसे करें कोचिंग के बिना – पूरी जानकारी 

यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) Union Public Service Commission परीक्षा की तैयारी के लिए समर्पण, अनुशासन और एक सुनियोजित रणनीति की आवश्यकता होती है। यहां कुछ सामान्य चरण दिए गए हैं जो आपकी तैयारी में आपकी मदद कर सकते हैं 

  • परीक्षा पैटर्न को समझें: UPSC परीक्षा में तीन चरण होते हैं – प्रारंभिक परीक्षा (वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न), मुख्य परीक्षा (लिखित परीक्षा), और व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार)। प्रत्येक चरण के पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न को समझें।
  • एक अध्ययन योजना बनाएं: एक समय सारिणी तैयार करें जिसमें दैनिक, साप्ताहिक और मासिक लक्ष्य शामिल हों। प्राप्त करने योग्य लक्ष्य निर्धारित करें और अपनी योजना पर टिके रहें। अपने कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान दें और उन्हें अधिक समय दें।
  • NCERT की किताबें पढ़ें: सभी विषयों के लिए कक्षा 6वीं से 12वीं तक की NCERT की किताबों से शुरुआत करें। यह आपको एक मजबूत नींव बनाने में मदद करेगा।
  • Current Affairs का अध्ययन करें: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समाचारों से अपडेट रहें। करंट अफेयर्स से खुद को अपडेट रखने के लिए अखबार, मैगजीन और ऑनलाइन पोर्टल पढ़ें।
  • मानक पुस्तकों का संदर्भ लें: प्रत्येक विषय के लिए मानक पुस्तकों का संदर्भ लें। ऐसी पुस्तकों का चयन करें जो विशेषज्ञों द्वारा अनुशंसित हों और जिनकी समीक्षा अच्छी हो।
  • मॉक टेस्ट लें: अपनी तैयारी के स्तर का आकलन करने के लिए मॉक टेस्ट लें। यह आपको अपनी ताकत और कमजोरियों को समझने में मदद करेगा।
  • उत्तर लेखन का अभ्यास करें: मुख्य परीक्षा के लिए लेखन अभ्यास आवश्यक है। प्रतिदिन उत्तर लिखने का अभ्यास करें और विशेषज्ञों से इसका मूल्यांकन करवाएं।
  • नियमित रूप से रिवीजन करें: आपने जो सीखा है उसे बनाए रखने के लिए रिवीजन महत्वपूर्ण है। नियमित रूप से रिवीजन करना सुनिश्चित करें।
  • कोचिंग कक्षाओं में शामिल हों (वैकल्पिक): यदि आपको मार्गदर्शन और संरचित अध्ययन सामग्री की आवश्यकता है, तो एक कोचिंग संस्थान में शामिल हों। लेकिन शोध करना और एक अच्छे संस्थान का चयन करना सुनिश्चित करें।

याद रखें, यूपीएससी की तैयारी एक लंबी अवधि की प्रक्रिया है और निरंतरता ही कुंजी है। धैर्य रखें और अपनी पूरी यात्रा के दौरान प्रेरित रहें।

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UPSC के तैयारी कोचिंग के बिना कैसे करें(without Couching)

बना काउचिंग के UPSC एक्साम क्रैक करना संभव हैं और बहुत कम ही लोग UPSC की एक्साम क्रैक कर पाय हैं। बिना कोचिंग के UPSC की तैयारी सही दृष्टिकोण और आत्म-अनुशासन से निश्चित रूप से संभव है। बिना कोचिंग के यूपीएससी की तैयारी में आपकी मदद करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:

  1. पाठ्यक्रम को समझें: यूपीएससी पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न की स्पष्ट समझ प्राप्त करें। इससे आपको एक अध्ययन योजना बनाने और अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।
  2. एक अध्ययन योजना बनाएं: एक अध्ययन योजना बनाएं जिसमें पाठ्यक्रम के सभी विषयों और विषयों को शामिल किया गया हो। प्रत्येक विषय और विषय के लिए पर्याप्त समय आवंटित करें, और एक यथार्थवादी समय सारिणी बनाएं जो आपकी गति के अनुकूल हो।
  3. अध्ययन सामग्री (Material): प्रत्येक विषय के लिए मानक पुस्तकें और अध्ययन सामग्री देखें। ऐसी पुस्तकें चुनें जो विशेषज्ञों द्वारा सुझाई गई हों और जिनकी समीक्षा अच्छी हो। सुनिश्चित करें कि आप पुस्तकों में अवधारणाओं और विचारों को समझते हैं।
  4. समाचार पत्र और पत्रिकाएं पढ़ें: करेंट अफेयर्स से अपडेट रहने के लिए रोजाना समाचार पत्र और पत्रिकाएं पढ़ें। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचार, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों और सरकार की नीतियों पर ध्यान दें।
  5. उत्तर लेखन का अभ्यास करें: मुख्य परीक्षा के लिए उत्तर लेखन का अभ्यास आवश्यक है। पिछले वर्ष के प्रश्नों के उत्तर लिखने का अभ्यास करें, और विशेषज्ञों या साथियों से उनका मूल्यांकन करवाएं। गलतियों का विश्लेषण करें और उनमें सुधार करें।
  6. मॉक टेस्ट लें: अपनी तैयारी के स्तर का आकलन करने के लिए मॉक टेस्ट लें। गलतियों का विश्लेषण करें और उन्हें सुधारने पर काम करें। यह आपको परीक्षा पैटर्न के अभ्यस्त होने और आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करेगा।
  7. नियमित रूप से रिवीजन करें: आपने जो सीखा है उसे बनाए रखने के लिए रिवीजन जरूरी है। सुनिश्चित करें कि आप नियमित रूप से रिवीजन करते हैं, और प्रभावी ढंग से रिवीजन करने के लिए प्रत्येक विषय के लिए नोट्स बनाएं।
  8. ऑनलाइन संसाधन(optional): ऐसे कई ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध हैं जो आपकी तैयारी में आपकी मदद कर सकते हैं। ऑनलाइन अध्ययन सामग्री, वीडियो और वेबिनार उपलब्ध हैं जो आपकी तैयारी को पूरक बना सकते हैं।

याद रखें, आत्म-अनुशासन और निरंतरता ही सफलता की कुंजी है। अपनी तैयारी के दौरान खुद को प्रेरित और केंद्रित रखें और कठिन समय में भी सकारात्मक बने रहें।

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UPSC एग्जाम योग्यता(Qualification)

परीक्षा के लिए पात्रता मानदंड इस प्रकार हैं:

  • राष्ट्रीयता: उम्मीदवार को भारत का नागरिक, नेपाल की प्रजा, भूटान की प्रजा, या तिब्बती शरणार्थी होना चाहिए जो भारत में स्थायी रूप से बसने के इरादे से 1 जनवरी 1962 से पहले भारत आया हो।
  • आयु सीमा: उम्मीदवार को 21 वर्ष की आयु प्राप्त करनी चाहिए और उस वर्ष के 1 अगस्त को 32 वर्ष की आयु प्राप्त नहीं करनी चाहिए जिसमें परीक्षा आयोजित की जाती है। आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए ऊपरी आयु सीमा में कुछ छूट है।
  • शैक्षिक योग्यता: उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। डिग्री परीक्षा के अंतिम वर्ष में उपस्थित होने वाले उम्मीदवार भी प्रारंभिक परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • प्रयासों की संख्या: सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए परीक्षा के प्रयासों की संख्या छह तक सीमित है। आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए प्रयासों की संख्या में कुछ छूट है।
  • शारीरिक फिटनेस: भारतीय वन सेवा में प्रवेश के लिए उम्मीदवार को शारीरिक मानकों के अनुसार शारीरिक रूप से फिट होना चाहिए।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये पात्रता मानदंड परिवर्तन के अधीन हैं, और उम्मीदवारों को पात्रता मानदंड पर नवीनतम अपडेट के लिए आधिकारिक अधिसूचना का संदर्भ लेना चाहिए।

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UPSC एग्जाम पैटर्न (चरण)

यूपीएससी परीक्षा में तीन चरण होते हैं:

  • प्रिलिमनेरी एग्जाम
  • माईनस एग्जाम
  • पर्सनालिटी टेस्ट
  1. प्रिलिमनेरी परीक्षा: प्रारंभिक परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार (बहुविकल्पीय प्रश्न) के दो पेपर होते हैं और यह कुल 400 अंकों के लिए आयोजित किया जाता है। पेपर- I में सामान्य अध्ययन शामिल है और पेपर- II CSAT (सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट) है, जो उम्मीदवार की विश्लेषणात्मक और तर्क क्षमता का परीक्षण करता है। दोनों पेपर दो-दो घंटे के होते हैं।
  2. माईनस परीक्षा: मुख्य परीक्षा में नौ पेपर होते हैं, जिनमें से सात वर्णनात्मक (निबंध प्रकार) होते हैं और दो क्वालीफाइंग पेपर होते हैं (अंग्रेजी और कोई भी भारतीय भाषा)। मुख्य परीक्षा के लिए कुल अंक 1750 हैं। मुख्य परीक्षा पांच से सात दिनों की अवधि में आयोजित की जाती है।
  3. व्यक्तित्व परीक्षण( इंटरव्यू ): व्यक्तित्व परीक्षण, जिसे इंटरव्यू के रूप में भी जाना जाता है, यूपीएससी परीक्षा का अंतिम चरण है। यह कुल 275 अंकों के लिए आयोजित किया जाता है। साक्षात्कार UPSC सदस्यों के एक बोर्ड द्वारा आयोजित किया जाता है और इसका उद्देश्य उम्मीदवार के व्यक्तित्व, संचार कौशल और सिविल सेवाओं के लिए उपयुक्तता का आकलन करना है।

कैंडिडेट्स का अंतिम चयन माईनस एग्जाम और पर्सनालिटी टेस्ट में उनके प्रदर्शन के आधार पर होता है। प्रिलिमनेरी परीक्षा केवल एक योग्यता परीक्षा है और इसके अंक अंतिम चयन के लिए नहीं गिने जाते हैं।

चरणपरीक्षा के नामपरीक्षा के प्रकारपेपर की संख्याटोटल मार्क्स
1stप्रिलिमनेरी
उद्देश्य
2 (सामान्य अध्ययन और CSAT)400
2ndमाईनस
वर्णनात्मक
9 (अंग्रेजी और किसी भी भारतीय भाषा सहित)1750
3rdव्यक्तित्व परीक्षणइंटरव्यू275

 

नोट: प्रिलिमनेरी परीक्षा में प्राप्त अंकों को अंतिम चयन के लिए नहीं गिना जाता है। अंतिम चयन के लिए मुख्य परीक्षा और व्यक्तित्व परीक्षण के अंकों पर विचार किया जाता है।

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UPSC परीक्षा पाठ्यक्रम(Syllabus)

UPSC परीक्षा का पाठ्यक्रम विशाल है और इसमें विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। यहां यूपीएससी परीक्षा पाठ्यक्रम का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:

प्रारंभिक परीक्षा:

  • सामान्य अध्ययन: इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था, राजनीति, पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, करंट अफेयर्स, आदि।
  • CSAT: रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन, लॉजिकल रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड, डिसीजन मेकिंग, इंटरपर्सनल स्किल्स आदि।

मुख्य परीक्षा:

  • निबंध लेखन: उम्मीदवारों को दिए गए विषयों पर दो निबंध लिखने होंगे।
  • सामान्य अध्ययन I: भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व और समाज का इतिहास और भूगोल।
  • सामान्य अध्ययन II: शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध।
  • सामान्य अध्ययन III: प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, कृषि, जैव विविधता, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन।
  • सामान्य अध्ययन IV: नैतिकता, अखंडता और योग्यता।
  • वैकल्पिक विषय पेपर I और II: उम्मीदवारों को यूपीएससी द्वारा दी गई विषयों की सूची में से एक वैकल्पिक विषय चुनना होगा।

वैकल्पिक विषय का पाठ्यक्रम यूपीएससी की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

व्यक्तित्व परीक्षण:

  • व्यक्तित्व परीक्षण उम्मीदवार के व्यक्तित्व, संचार कौशल और सिविल सेवाओं के लिए उपयुक्तता का आकलन करने के लिए होता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यूपीएससी परीक्षा पाठ्यक्रम परिवर्तन के अधीन है, और उम्मीदवारों को पाठ्यक्रम पर नवीनतम अपडेट के लिए आधिकारिक अधिसूचना का संदर्भ लेना चाहिए।

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UPSC प्रीलिम्स बेस्ट किताब के नाम 

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (CSE) की प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं: सामान्य अध्ययन (GS) पेपर 1 और सीएसएटी पेपर 2। यहां यूपीएससी सीएसई प्रारंभिक तैयारी के लिए कुछ बेहतरीन किताबें दी गई हैं:

सामान्य अध्ययन (जीएस) पेपर 1:

  • एम. लक्ष्मीकांत -भारतीय राजव्यवस्था
  • रमेश सिंह -भारतीय अर्थव्यवस्था
  • राजीव अहीर -आधुनिक भारत का एक संक्षिप्त इतिहास
  • सर्टिफिकेट भौतिक और मानव भूगोल – गोह चेंग लियोंग 
  • नितिन सिंघानिया -भारतीय कला और संस्कृति
  • अरिहंत प्रकाशन -सामान्य अध्ययन पेपर 1 मैनुअल
  • द हिंदू अखबार (हिन्दू नेव्स्पपेर) (करंट अफेयर्स के लिए)

CSAT पेपर 2:

  • अरिहंत प्रकाशन – CSAT पेपर 2
  • मौखिक और गैर-मौखिक तर्क R.S. अग्रवाल
  • R.S. अग्रवाल – मात्रात्मक योग्यता 

उपर्युक्त पुस्तकों के अलावा, उम्मीदवार अवधारणाओं की बेहतर स्पष्टता के लिए कक्षा 6-12 के लिए NCERT की पाठ्यपुस्तकों का भी उल्लेख कर सकते हैं। UPSC CSE प्रीलिम्स में सफलता प्राप्त करने के लिए सीमित संख्या में पुस्तकों का उल्लेख करने और संशोधन, अभ्यास और करंट अफेयर्स पर ध्यान केंद्रित करने की सिफारिश की जाती है।

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UPSC माईनस बेस्ट किताब के नाम

UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) मेंस में 9 पेपर होते हैं, जिनमें से 7 अनिवार्य और 2 वैकल्पिक होते हैं। यूपीएससी सीएसई मेन्स की तैयारी के लिए यहां कुछ बेहतरीन किताबें दी गई हैं:

  • एम. लक्ष्मीकांत – भारतीय राजव्यवस्था
  • रमेश सिंह – भारतीय अर्थव्यवस्था
  • राजीव अहीर -आधुनिक भारत का एक संक्षिप्त इतिहास
  • बिपिन चंद्रा – स्वतंत्रता के बाद से भारत
  • जी. सुब्बा राव और पी.एन. -नैतिकता, अखंडता और योग्यता रॉय चौधरी
  • नदीम हसनैन – भारतीय समाज
  • माजिद हुसैन – पर्यावरण और पारिस्थितिकी
  • पवनीत सिंह – अंतर्राष्ट्रीय संबंध
  • लक्ष्मीकांत -भारत में शासन
  • निबंध पेपर: दिशा विशेषज्ञों – यूपीएससी मुख्य परीक्षा के लिए 151 निबंध

वैकल्पिक पेपर:

  • एम. लक्ष्मीकांत – लोक प्रशासन (वैकल्पिक पेपर 1)
  • Haralambos और Heald – समाजशास्त्र (वैकल्पिक पेपर 1)
  • एंड्रयू हेवुड – राजनीति विज्ञान (वैकल्पिक पेपर 1)
  • माजिद हुसैन – भारत का भूगोल (वैकल्पिक पेपर 1)
  • बिपिन चंद्र – आधुनिक भारत का इतिहास (वैकल्पिक पेपर 2)
  • एस. सी. वात्स्यायन – दर्शनशास्त्र (वैकल्पिक पेपर 2)
  • नदीम हसनैन – नृविज्ञान (वैकल्पिक पेपर 2)

उपर्युक्त पुस्तकों के अलावा, उम्मीदवारों को अवधारणाओं की बेहतर स्पष्टता के लिए NCERT की पाठ्यपुस्तकों और प्रासंगिक सरकारी रिपोर्टों का भी संदर्भ लेना चाहिए। UPSC CSE मेन्स के लिए एक रणनीतिक अध्ययन योजना तैयार करने के लिए पाठ्यक्रम और प्रश्न पत्र पैटर्न को पढ़ने और समझने की सिफारिश की जाती है।

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UPSC इंटरव्यू एग्जाम केलिए कुछ टिप्स

UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) साक्षात्कार, जिसे व्यक्तित्व परीक्षण के रूप में भी जाना जाता है, चयन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। यूपीएससी सीएसई साक्षात्कार की तैयारी के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:

  1. अपने आप को जानें: साक्षात्कार पैनल आपके व्यक्तित्व, ज्ञान और विभिन्न मुद्दों की समझ का आकलन करेगा। आपको खुद को, अपनी ताकत, कमजोरियों, उपलब्धियों और असफलताओं को अच्छी तरह से जानना चाहिए और उन्हें प्रभावी ढंग से व्यक्त करने में सक्षम होना चाहिए।
  2. करंट अफेयर्स से अपडेट रहें: करंट अफेयर्स, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं, सरकारी नीतियों और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों से अपडेट रहने के लिए समाचार पत्र, पत्रिकाएं और ऑनलाइन संसाधन पढ़ें।
  3. मॉक इंटरव्यू का अभ्यास करें: अपने संचार कौशल, बॉडी लैंग्वेज और सामग्री पर प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए अनुभवी उम्मीदवारों या विशेषज्ञों के साथ मॉक इंटरव्यू का अभ्यास करें।
  4. आत्मविश्वासी और विनम्र बनें: अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखें, लेकिन साथ ही इंटरव्यू पैनल के प्रति भी विनम्र और सम्मानित रहें। इंटरव्यू के दौरान रक्षात्मक या आक्रामक न हों।
  5. स्पष्ट और संक्षिप्त रहें: प्रश्नों के उत्तर स्पष्ट और संक्षिप्त तरीके से दें। ऐसे लंबे और घुमावदार उत्तर देने से बचें, जिनका पालन करना कठिन हो।
  6. ईमानदार रहें: प्रश्नों का उत्तर देते समय ईमानदार और सच्चे रहें। मनगढ़ंत जानकारी न दें या अपनी कमजोरियों को छिपाने का प्रयास न करें।
  7. खुले विचारों वाले बनें: खुले विचारों वाले और विभिन्न दृष्टिकोणों और विचारों के प्रति ग्रहणशील बनें। अपने दृष्टिकोण में कठोर या हठधर्मी मत बनो।
  8. उचित पोशाक पहनें: इंटरव्यू के लिए उचित पोशाक पहनें। औपचारिक पोशाक पहनें और अच्छी तरह तैयार रहें।
  9. समय के पाबंद रहें: साक्षात्कार के लिए समय के पाबंद रहें। अंतिम समय की किसी भी परेशानी से बचने के लिए समय से पहले कार्यक्रम स्थल पर पहुंचें।
  10. सकारात्मक रहें: साक्षात्कार के दौरान सकारात्मक और आशावादी रहें। एक सकारात्मक हावभाव बनाए रखें, मुस्कुराएं और साक्षात्कार पैनल के साथ आंखों का संपर्क बनाएं।

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अंत (Conclusion)

UPSC CSE को क्रैक करने के लिए, सिलेबस को समझें, एक मजबूत नींव बनाएं, NCERTs पढ़ें, करंट अफेयर्स से अपडेट रहें, उत्तर लेखन और मॉक टेस्ट का अभ्यास करें, गलतियों का विश्लेषण करें, नियमित रूप से रिवीजन करें और मार्गदर्शन लें। तैयारी के दौरान प्रेरित, केंद्रित और अनुशासित रहें।

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FAQs

क्या मैं UPSC CSE की परीक्षा हिंदी माध्यम से दे सकता हूँ?

हां, UPSC CSE हिंदी माध्यम में परीक्षा देने का विकल्प प्रदान करता है। उम्मीदवार परीक्षा लिखने के लिए अपनी पसंद की भाषा चुन सकते हैं।

क्या UPSC की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थान से जुड़ना जरूरी है?

नहीं, UPSCकी तैयारी के लिए किसी कोचिंग संस्थान से जुड़ना अनिवार्य नहीं है। हालांकि, कोचिंग संस्थान संरचित मार्गदर्शन, अध्ययन सामग्री और मॉक टेस्ट प्रदान कर सकते हैं, जो कुछ उम्मीदवारों के लिए मददगार हो सकते हैं। स्व-अध्ययन और अनुभवी गुरुओं का मार्गदर्शन भी प्रभावी हो सकता है।

क्या मैं UPSC CSE में एक वैकल्पिक पेपर के रूप में एक ऐसे विषय का चयन कर सकता हूं जो मेरी शैक्षणिक पृष्ठभूमि से संबंधित नहीं है?

हां, UPSC CSE उम्मीदवारों को वैकल्पिक पेपर के रूप में किसी भी विषय को चुनने की अनुमति देता है, भले ही वह उनकी शैक्षणिक पृष्ठभूमि से संबंधित न हो। हालांकि, उम्मीदवारों की इस विषय में गहरी रुचि और समझ होनी चाहिए, क्योंकि इसके लिए गहन ज्ञान और विश्लेषणात्मक कौशल की आवश्यकता होती है।

क्या UPSC CSE परीक्षा में कोई नकारात्मक अंकन है?

हाँ, UPSC CSE प्रारंभिक परीक्षा में एक नकारात्मक अंकन प्रणाली है। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए, उस प्रश्न के लिए आवंटित अंकों में से 1/3 अंक काट लिए जाएंगे। हालांकि, यूपीएससी सीएसई मेन्स परीक्षा में कोई नकारात्मक अंकन नहीं है।

क्या मैं UPSC CSE परीक्षा में कैलकुलेटर का उपयोग कर सकता हूँ?

नहीं, UPSC CSE परीक्षा में कैलकुलेटर या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के उपयोग की अनुमति नहीं है। उम्मीदवारों को सभी गणनाएं मैन्युअल रूप से करनी होंगी।

क्या पहले प्रयास में UPSC CSE को क्रैक करना संभव है?

हां, पहले प्रयास में UPSC CSE को क्रैक करना संभव है। हालाँकि, इसके लिए समर्पित और अनुशासित तैयारी, मजबूत बुनियादी बातों और पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न की गहन समझ की आवश्यकता होती है। उम्मीदवारों को एक मजबूत नींव बनाने, करंट अफेयर्स से अपडेट रहने और नियमित रूप से मॉक टेस्ट और आंसर राइटिंग का अभ्यास करने पर ध्यान देना चाहिए।

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